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गुलबर्गा के पुरोहितों ने सिनोडालिटी पर चिंतन कर स्थानीय कार्ययोजना तैयार की

गुलबर्गा, 1 अगस्त 2025: गुलबर्गा धर्मप्रांत के लगभग 50 धर्मसंघीय और धर्मप्रांतीय पुरोहितों ने कोटनूर स्थित सूग्यान, धर्मप्रांतीय पेस्टोरल केंद्र में 31 जुलाई को एक दिवसीय धर्मशास्त्रीय चिंतन और रणनीतिक योजना बनाने हेतु आयोजित बैठक में भाग लिया। यह बैठक “सिनोडालिटी पर अंतिम दस्तावेज़ और इसके कार्यान्वयन मार्ग” पर केंद्रित थी, जिसका नेतृत्व सेंट जोसेफ सेमिनरी, जेप्पू, मैंगलोर के प्रणालीगत धर्मशास्त्र(सिस्टेमेटिक थीओलाजी) के प्रोफेसर श्रद्धेय फादर प्रवीन जॉय सल्दान्हा ने किया।


गुलबर्गा के धर्माध्यक्ष अति माननीय डॉ. रॉबर्ट मिरांडा ने अपने आरंभिक संबोधन में पुरोहितों के लिए निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पुरोहितों को ऑनलाइन कोर्सों के माध्यम से निरंतर धर्मशास्त्रीय और आत्मीय अध्ययन में संलग्न रहने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पुरोहित निर्माण केवल पुरोहिताभिषेक से पूर्व की प्रक्रिया नहीं, बल्कि आजीवन समर्पण है।


फादर विंसेंट थोरेस ने अपने स्वागत भाषण में फादर प्रवीन के साथ सेमिनरी के दिनों की यात्रा को याद किया और उन्हें “गंभीर अंतर्दृष्टि और सहजता” वाले धर्मशास्त्री के रूप में प्रस्तुत किया।

फादर प्रवीन ने स्पष्ट और प्रेरणादायक प्रस्तुति के माध्यम से धर्मसभा के अंतिम दस्तावेज़ के मूल विषयों को सरलता से समझाया। उन्होंने बताया कि चर्च को इस दस्तावेज़ के सुझावों को स्थानीय संदर्भों में विवेकपूर्ण तरीक़े से और निर्णय प्रक्रियाओं के माध्यम से लागू करना चाहिए।


उन्होंने “ग्लोकल” (ग्लोबल + लोकल) दृष्टिकोण पर ज़ोर देते हुए पुरोहितों को अपनी सांस्कृतिक और आत्मीय परिस्थितियों के अनुरूप उत्तर खोजने का आग्रह किया।

उन्होंने 8 मई 2025 को दिए गए अपने पहले प्रेरितिक आशीर्वाद में पोप लियो XIV के शब्दों का भी उल्लेख किया, जहां पवित्र पिता ने चर्च को "मिशनरी, सेतु-निर्माण, संवादात्मक और स्वागत करने वाला" कहा था - ऐसे गुण जो एक धर्मसभाई  कलीसिया के लिए आधारभूत हैं।


इसके बाद समूह चर्चाओं का आयोजन किया गया, जिसमें पुरोहितों ने गुलबर्गा धर्मप्रांत में धर्मसभाई मूल्यों को क्रियात्मक रूप से लागू करने की रणनीतियों पर विचार किया। प्रत्येक समूह के सचिवों ने अपनी चर्चाओं का सारांश प्रस्तुत किया, जिनमें स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार कार्यान्वित करने योग्य प्रस्ताव शामिल थे।


फादर रोशन डिसूजा, निदेशक, प्रेमवाणी कम्युनिकेशन्स, ने कैथोलिक कनेक्ट ऐप का परिचय दिया—एक डिजिटल मंच जो भारत भर की पल्लियों और कैथोलिक संस्थानों को नेटवर्किंग के माध्यम से जोड़ने का प्रयास कर रहा है। सभी पल्ली पुरोहितों और आयोग निदेशकों को उपयोगकर्ता आईडी वितरित किए गए, जिससे वे पल्ली के कार्यक्रमों और समाचारों को अपलोड कर सकें और श्रद्धालुओं के बीच गहन डिजिटल संपर्क को बढ़ावा दे सकें।


दिन का समापन सामूहिक कृतज्ञता और एक तीर्थयात्री चर्च के रूप में धर्मसभा की यात्रा को आगे बढ़ाने की नई प्रतिबद्धता के साथ हुआ।

प्रेमवाणी कम्युनिकेशन्स

गुलबर्गा धर्मप्रांत



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